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वह पावन भूमि जहाँ शिव के साथ विराजमान है माँ भगवती माँ काली और हनुमानजी

जय माँ राज-राजेश्वरी गौरजा भवानी

    कौन कहता है की तेरे दर से,
       माँगने वाला गरीब होता हैं।
    जो  तेरे दर तक भी पहुंच जाये,
      माँ वो सबसे बडा खुशनसीब होता है।  
उत्तराखंड देवी-देवताओ की वह पावन भूमि है  जहाँ के कण-कण मे भक्ति और शक्ति का संगम छलकता है।
दोस्तो मे आज आपको भक्ति की शक्ति के अनूठे संगम से परिचय करवाता हूँ।जैसा की हम जानते है हमारी इस देवभूमि मे अनेक देवी-देवताओं का वास रहा है।इनमे माँ भगवती मुख्य है।उत्तराखंड मे स्थित माँ के अनगिनत मन्दिर और चमत्कार इसके साक्ष्य  है।
मै आज अपको माँ की एक अनूठी महिमा से अपका परिचय करवाना चाहता हूँ।जिसकी जितनी प्रंसशा करु कम ही लगती है।
तोप गाँव उत्तराखण्ड के सबसे पुराने गाँवो मे से एक है।जिसका गौरवशाली इतिहास रहा है।कहा जाता है की चाँदपुर नरेश ने आस-पास के इलाको को मिलाकर इसे गढ़ का दर्जा दिया गया था।जिसका नाम उस वक्त तोपगढ़ रखा गया था।ये एक ऐतिहासिक गढ़ रहा हैं क्योकि उस वक्त उत्तराखंड की पहली तोप की स्थापना इसी गांव मे हुयी थी।तोप गाँव  बहुत सारी  सुंदर  पहाडियो   के  बीच  बसा है ।यहाँ माँ भगवती गौरजा का एक सुंदर मंदिर है जहाँ माँ भगवती के साथ माँ काली भगवान शिव और रक्षात्मक मुद्रा मे स्वंय भगवान हनुमान  जी  वीराजमान  है ।
मंदिर के बारे मे बहुत सारी मान्यताऐ है।
इसी के फलस्वरूप गाँव मे प्रत्येक वर्ष मेले का आयोजन किया जाता है।और 5 साल बाद विशाल मेले का आयोजन किया जाता है।
जो भक्ति और शक्ति के मेल का अनूठा संगम है।
यहाँ पर भगवान शिव के साथ साक्षात माँ गौरजा भवानी और माँ काली के साथ रक्षक हनुमान जी का एक साथ होना भक्ति के अनेक पहलुओं मे संजोता है।
मान्यता है कि माँ के इस पावन मंदिर मे जो कोई भी भक्त सच्चे मन से जो भी मन्नत माँगते है वो माँ अवश्य पुरी करती है। भक्त गण माँ के दरबार मे जाते तो अवश्य है लेकिन खाली हाथ वापस नही जाते।
एक मान्यता यह भी है कि अगर कोई भी तनाव मे हो तो वह यदि एक बार माँ का ध्यान करके मंदिर मे सच्चे दिल से चले जाये तो पलभर मे वह तनाव-मुक्त हो जाता है।
माँ के दरबार मे पहुँचने का मार्ग-
  1. आप माँ के मंदिर या तोप गाँव कर्णप्रयाग से पहुँच सकते है वहाँ से गाँव के लिए गाड़ियाँ लगी रहती है।
  2. कर्णप्रयाग-नैनीताल राष्ट्रीय राजमार्ग पर होने के कारण आप अन्य साधनो से भी यहाँ पहुँच सकते है।उज्ज्वलपुर से एक सडक ऊपर को पहाड़ी पर कटती है।जो ऐतिहासिक गाँवो तोप, सेम, धार कोट जाती है और बैनीताल वाली सडक पर मिलती है।
विशेष -
एक बार माँ के दरबार मे माँ का आशीर्वाद  लेने व माँ के दर्शन के लिए जरूर आना।
।।।।।।।जय माँ राज राजेश्वरी गौरजा भवानी।।।।।।
भगवान शिव का मंदिर ग्राम-तोप
माँ काली का मंदिर ग्राम-तोप
रक्षात्मक मुद्रा मे हनुमान जी की मूर्ति ग्राम-तोप

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